चंपकलाल पालतु पक्षीओं की दुकान पर पोपट खरीदने गया । दुकानदार ने चंपकलाल को पिंजरे में बंध 3 पोपट दिखाये । और कहा – “ये पहेले पोपट की किमत 5000 रू. है ।”
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चंपकलाल – “इस पोपट की किमत ईतनी क्यों है ?”
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दुकानदार – “यह पोपट कोम्प्युटर का कार्य जानता है, इसलिए ।”
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चंपकलाल ने दूसरे पोपट की किमत पूछी…
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दुकानदार – “इस पोपट की किमत 10,000 रू. है ।”
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चंपकलाल – “इस पोपट की किंमत पहेले पोपट से ज्यादा क्यों है ?”
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दुकानदार – “ये पोपट पहेले पोपट जितना ही कार्य करता है, बस फर्क इतना है कि ये पोपट Linux OS का भी उपयोग कर सकता है ।”
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अब चंपकलाल ने आखिरी पोपट की किमत पूछी…
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दुकानदार – “यह पोपट की किमत 15,000 रू. है ।”
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चंपकलाल – “अच्छा, तो ये क्या-क्या कर सकता है ?”
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दुकानदार – “इमानदारी से कहेता हूँ, मैने इसे कभी भी कार्य करते नहीं देखा है, पर हा इतना है कि – ये दोनों पोपट इसे “BOSS” कहते है…”